मै पूछता नहीं ये मोहबत्त कब ,क्यू, और केसे होती है
मै जानता हू की जब ये होती है तो खुदा की रहमत होती है ..
सदिया लगी है सदियों से इसकी हस्ती मिटाने को
न जाने इसमें क्या बात है की हर सदी में ये फिर से जंवा होती है
मत पूछो तुम इसकी जूनून की हद को
पि लेती है विष प्याला भी जब कोई मीरा दीवानी होती है
कभी कृष्ण ने ,कभी हीर ने ,कभी फ़राज़ ने दिए है इसे नए रंग
मिट गया जो इसके जूनून में उसकी मोत भी एक कहानी होती है
लाख बिठालो तुम इस पर चाहे कितने ही पहरे
आता है जब मोसम इसका तो कभी बनके ये शोला कभी बनके शबनम ये बरसती है ........
About Me

- Osho Krishna
- I am celebrating my life with OSHO Mediatation............And continuously trying to know myself...."Who am I?" I don't know whether I can know I or not........But I want to spread the message of truth and love.......In the heart of people....Don't ask the meaning of feeling........Love to be everyone prayer!!!!

Sunday, March 22, 2009
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1 comment:
nice one... iarin
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